काली माता की आरती | Maa Kali Aarti In Hindi

Also Read This In:- Bengali, English, Gujarati, Kannada,

 काली माता की आरती में कालरात्रि और काली माता के गुणों का बखान इस आरती में किया गया है। माँ काली माता को दुर्गा के रुपमे जना जाता हे ,माँ काली की आरती शुक्रवार के दिन और दोनों नवरात्रि के दिन अधिक गाई जाने वाली आरती है। नवरात्रि का हर दिन माता को अलग-अलग स्वरूप को समर्पित हैं।

अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली |
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||


तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी |
दानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी ||


सौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली |
दुखिंयों के दुखडें निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||


माँ बेटे का है इस जग में, बड़ा ही निर्मल नाता |
पूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता ||


सब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली ||
दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||


नहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना |
हम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना ||


सबकी बिगडी बनाने वाली, लाज बचाने वाली |
सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||


अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली |
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *