मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रैन: भजन | Manmohan Kanha Vinti Karu Din Rain Bhajan In Hindi
Also Read This In:- English.
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,
राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,
राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,
अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी,
मन है बेचैन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन
नेह की डोरी तुम संग जोड़ी,
हम से तो नाही जाये ये तोड़ी,
हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,
हे मुरलीधर कृष्ण मुरारी,
तनिक न आवे चैन,
राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,
अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन
जन्म-जन्म से पंथ निहारु,
बोलो किस विध तुमको पुकारू,
जन्म-जन्म से पंथ निहारु,
बोलो किस विध तुमको पुकारू,
हे नटनागर हे, गिरधारी,
हे नटनागर हे, गिरधारी,
काह न पावे वैर,
राह तके मेरे नैन, राह तके मेरे नैन,
अब तो दर्श बिना कुञ्ज बिहारी, मन है बेचैन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन,
मनमोहन कान्हा विनती करू दिन रेन